Artificial intelligence क्या है तथा इसके फायदे और नुकसान।

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Artificial Intelligence (AI) क्या है? पूरी जानकारी।

Artificial intelligence
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Hello friends, websine ब्लॉग में आपका स्वागत है आज हम बात करने वाले है Artificial Intelligence(AI) की कि Artificial intelligence यानि क्रत्रिम बुद्धिमत्ता क्या है यह कितने प्रकार का होता है तथा इसके क्या फायदे और नुकसान है। दोस्तो इस संसार में मनुष्यों को सबसे सर्वोच्च बनाने वाली अगर कोई चीज है तो वो है Intelligence इसने हमारी skill improve करने और मानव सभ्यता की स्थापना में सबसे बड़ी भूमिका निभाई है।  अपनी इस बुद्धि के बल पर इंसानो ने कई invention यानी अविष्कार किये है और यह बताने वाली बात नही कि हर अविष्कार ने मनुष्यो की जिंदगी को एक नई दिशा दी है। जब computers बने थे तो किसी ने सोंचा तक नहींं था स्मार्टफोन जैसी भी कोई चीज़ बनेगी। लेकिन आज यह हमारी जिंदगी का हिस्सा ही नही बल्कि हमारे किसी भी काम मे बहुत मदद करता है। आज अगर इंसानो ने technology के क्षेत्र में इतना विकास किया है, तो उसमें हमारे human brain का सबसे बड़ा हाथ है।

Artificial Intelligence(AI) क्या है?

What is artificial intelligence in hindi?


1955 में जॉन मकार्ति ने इसको कृत्रिम बुद्धि का नाम दिया और उसके बारे में “यह विज्ञान और इंजीनियरिंग के बुद्धिमान मशीनों बनाने के” के रूप परिभाषित किया। कृत्रिम बुद्धि अनुसंधान के लक्ष्यों में तर्क, ज्ञान की योजना बना, सीखने, धारणा और वस्तुओं में हेरफेर करने की क्षमता, आदि शामिल हैं।
इसलिए तकनीक से जुड़े प्रत्येक यूजर के लिए AI को समझना समय की माँग है. तो फिर बिना देरी किये चलिए शुरू करते हैं और जानते हैं की आखिर ये आर्टिफिशल इंटेलिजेंस क्या होता है और हम मनुष्यों के लिए ये इतना जरुरी क्यों है तथा किस प्रकार भविष्य में इसका उपयोग कई गुना बढ़ जाएगा।

 आर्टिफीसियल इंटेलिजेंस की बात करे तो आर्टिफीसियल मतलब कृत्रिम जो किसी व्यक्ति के द्वारा बनाया जाता है और इंटेलिजेंस मतलब बुद्धिमत्ता जो खुद की सोचने की शक्ति रखता हो। ये खासकर computer system में ही किया जाता है. इस प्रक्रिया में मुख्यत तीन processes शामिल है और वो हैं पहला learning (जिसमें मशीनों के दिमाग में information डाला जाता है और उन्हें कुछ rules भी सिखाये जाते हैं जिससे की वो उन rules का पालन करके किसी दिए हुए कार्य को पूरा करे), दूसरा है Reasoning (इसके अंतर्गत मशीनों को ये instruct किया जाता है की वो उन बनाये गए rules का पालन करके results के तरफ अग्रसर हो जिससे की उन्हें approximate या definite conclusion हासिल हो) और तीसरा है Self-Correction.
   
अगर हम AI की particular application की बात करें तो इसमें expert system, speech recognition और machine vision शामिल हैं. AI या Artificial Intelligence को कुछ इस प्रकार से बनाया गया है की वो इंसानों के तरह ही सोच सके, कैसे इंसानी दिमाग किसी भी problem को पहले सीखती है, फिर उसे process करती है, decide करती है की क्या करना उचित होगा और finally उसे कैसे solve करते उसके बारे में सोचती है. उसी प्रकार की artificial intelligence में भी मशीनों को भी इंसानी दिमाग की सारी विसेश्तायें दी गयी हैं जिससे वो बेहतर काम कर सके।

Artificial Intelligence(AI) के उदाहरण:-


- गूगल मैप का आपको फास्टेस्ट रूट बताना- उबर ऐप पर राइड से संबंधित जानकारियां- प्लेन में AI ऑटोपायलट का इस्तेमाल- ई मेल का स्पैम फिल्टर, कैटेगोराइजेशन- फेसबुक, इंस्टाग्राम जैसे सोशल मीडिया- ऑनलाइन शॉपिंग ऐप्स, अमेजॉन एलेक्सा आदि।
    आप सभी ने हॉलीवुड की फिल्में तो देखते ही होंगे यदि नहीं भी देखी है तो आपने रजनीकांत की रोबोट और 2.0 तो देखी ही होगी। इस फिल्म में दर्शाया गया रोबोट चिट्टी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का एक बेहतरीन नमूना है। 

कुछ अन्य उदाहरण :-


इसका एक अनूठा उदाहरण है शतरंज खेलने वाले संगणक। ये संगणक प्रोग्राम मानव मस्तिष्क की लगभग हर चाल की काट और अपनी अगली चाल सोचने के लिए संगणक को प्रोग्राम किया हुआ है।

ये इतना सफल रहा है कि मई 1997में आईबीएम का संगणक डीप ब्लू ने विश्व के सबसे नामी शतरंज खिलाड़ी गैरी कास्परोव को हरा चुका है।

फेसबुक में जो फ्रेन्ड सजेशन का जो ऑप्शन है वह भी Artificial Intelligence का ही एक हिस्सा है।

इस प्रक्रिया में मुख्य रुप से तीन चरण होते हैं।

1. Learning- इसमें मशीनों के दिमाग में जानकारियां डाली जाती है। उन्हें कुछ नियम भी सिखाए जाते हैं।

2. Reasoning- इसमें उन्हें ये आदेश दिया जाता है कि वो सिखाए गए नियमों का पालन करें।

3. Self- Correction- इसमें मशीनों में हुए भूल को सुधारा जाता है। साथ ही मशीनों को भी ये चीजें बताई जाती है।

कृत्रिम बुद्धिमत्ता(AI) के प्रकार:- 


Artificial intelligence( AI ) दो प्रकार का होता है।


Artificial intelligence के प्रकार
Artificial intelligence


1 week AI (कमजोर कृत्रिम बुद्धिमत्ता ):-


ऐसे  inteligence जो किसी एक specific device अर्थात area में काम करते है उन्हें हम week AI कहते है।

Strong AI (शक्तिशाली कृत्रिम बुद्धिमत्ता):-


Strong AI ऐसा system है जहाँ पर इंसान का दिमाग और Machine दोनों लगभग बराबर होता है. यानि की जो काम आप कर सकते है, आप जो सोच सकते है और ऐसी बहुत सी common चीज़े है जो हम इंसान आराम से कर लेते है. अगर वो सब काम एक Robot या machine कर पाए तो उसे हम कहेंगे Strong AI या Artificial Wide Intelligence.

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के फायदे:- आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के निम्न फायदे है-

1. Error Reduction (त्रुटि में कमी):-


Artificial intelligence के द्वारा error की संभावना काफी हद तक काम हो जाती है और data एक्यूरेसी में सटीकता की संभावना बहुत ज्यादा बढ़ जाती है आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस विभिन्न study में उपयोग की जाती है जैसे स्पेस की खोज। आंतरिक्ष को एक्सप्लोर करने के लिए intelligent robot में information भर दी जाती है
   चूंकि यह धातु के बनी हुई मशीन है इसलिए यह अधिक प्रतिरोधी होती है और अंतरिक्ष के खतरनाक माहौल को सहन करने की छमता अधिक होती है।

2. Fast decision (तेज निर्णय) :-


एआई के उपयोग से मशीने निर्णय लेने में Fast होगी जैसे अगर हम Windows में chase game खेल रहे है तो Computer को हराना मुश्किल हो जायेगा, क्योंकि Feed किये गए अल्गोरिथम के कारण कंप्यूटर तेजी से अपनी चाले चल सकने में सक्षम होगा।

3. Taking Risks On Behalf Of Humans:-


आर्टिफीसियल इंटेलिजेंस को माइनिंग और अन्य फ्यूयल एक्सप्लोरेशन प्रोसेस में इस्तेमाल किया जाता है। इतना ही नहीं, इन कॉम्‍प्‍लेक्‍स मशीनों का उपयोग समुद्र के तल की खोज के लिए भी किया जा सकता है क्‍योकि वे मानव कि लिमिटेशन के परे होते है।

4. 24/7 availability (24/7 उपलब्धता) :-


मशीनों को इंसानों की तरह लगातार ब्रेक और रिफ्रेशमेंट की आवश्यकता नहीं होती है। इसका उपयोग करके, हम उसी तरह के परिणामों की अपेक्षा कर सकते हैं, जो कि समय, मौसम और आदि के बावजूद, जिन्हें हम मानव से उम्मीद नहीं कर सकते हैं।
यह लंबे समय तक किसी काम को बिना  ऊब या विचलित या थके हुए करने में सछम होती है।

5.Repetitive works :-


दोहराए जाने वाले कामों को मशीन इंटेलिजेंस से किया जाता हैं, जो मानव नहीं कर पाते। मशीन मनूष्‍य से फास्‍ट सोच सकते हैं और वे मल्‍टीटास्किंग होते हैं।

खतरनाक कार्य करने के लिए मशीन इंटेलिजेंस को नियोजित किया जा सकता है। उनके पैरामीटर, इंसानों के विपरीत, एडजस्‍ट किया जा सकते है। उनकी स्‍पीड और समय केवल पैरामिटर पर आधारित हैं। जब मनुष्य कंप्यूटर गेम खेलते हैं या कंप्यूटर कंट्रोल रोबोट चलाते हैं, तो हम वास्तव में आर्टिफीसियल इंटेलिजेंस के साथ कम्‍युनिकेट कर रहे हैं।

6.No Breaks:-


 मशीनों को मनुष्यों की तरह काम मे किसी प्रकार के आराम और रिफ्रेशमेंट की  आवश्यकता नही होती वे लंबे समय के प्रोग्राम को बिना थके , ऊबे और विचलित हुए कर सकते है।

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का नुकसान:- 


Artificial intelligence यानी क्रत्रिम बुद्धिमत्ता जितने फायदे है उससे भी कही ज्यादा नुकसान है लेकिन हम आपको कुछ ही के बारे में बता रहे है जो निम्न है।

Job losses (नौकरी में नुकशान) :-


 आज देश मे जो बेरोजगारी है उसमें आर्टीफिशियल इंटेलिजेंस का ही योगदान है क्योंकि जिस काम को करने में बहुत अधिक लोगो की आवश्यकता होती थी आज मशीने उस काम को बिना थके अकेले कर रही है कम्पनी कारखानों तथा अन्य छेत्र में इसका उपयोग अगर ज्यादा बड़ा तो हजारो लोगो की नौकरियां छिन सकती है। 

High cost (अधिक लागत):-


आर्टिफीसियल इंटेलिजेंस के निर्माण के लिए बहुत अधिक लागत की आवश्यकता होती है क्योंकि वे बहुत ही jatil मशीन हैं।

उनकी मरम्मत और रखरखाव में भी अधिक लागत की आवश्यकता होती है।


Conclusion (निष्कर्ष):-


दोस्तो websine के इस आर्टिकल में आपको बताया कि Artificial intelligence यानि क्रत्रिम बुद्धिमत्ता क्या है यह कितने प्रकार का होता है तथा इसके क्या फायदे और नुकसान है। उम्मीद करता हूँ दोस्तो की आपको यह जानकारी अच्छी लगी होगी अगर अभी भी आपके मन मे किसी भी प्रकार की जानकारी चाहिए तो आप हमसे comment के  माध्यम से पूछ सकते है  या हमारे फ़ेसबुक पेज पर जाकर भी सवाल पूछ सकते है। इस को पढ़कर अपना कीमती समय देने के लिए धन्यवाद ।
                                                   जय हिंद!